अशोका आद्यौगिक प्रशिक्षण संसथान राजनांदगांव नगर की गौरवशाली संस्था है| यह संस्था विगत कई वर्षो से अपने प्रशिक्षणार्थियों के हांथों में हुनर का तोहफा देते आई है जिससे हमारे प्रशिक्षणार्थी, राज्य के युवा आज एक सम्माननीय जीवन व्यतीत कर रहे है और राज्य व देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे रहे है| आज की आवश्यकता है एक स्वर्णिम भविष्य की रूप रेखा तैयार करने की ताकि वर्तमान और भविष्य की मांग को ध्यान में रखते हुए यह संस्था अपने प्रशिक्षणार्थियों को बेहतर से बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध करा सके | एक संपूर्ण रूप से सुदृढ़ व उपयोगी अधोसंरचना, नवीन मशीनरी, स्मार्ट क्लास, नए ज़माने के नवीन व्यवसाय, आईटी आधारित कार्यप्रणाली व संपूर्ण परिसर की सुरक्षा व माँनिटरिंग के मदद से निश्चित ही यह संस्था देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था के रूप में विकसित होगी |
संस्था को उद्योगोंमुखी बनाने हेतु संस्था को प्रोडक्शन संस्था के रूप में विकसित करना आवश्यक है| प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रशिक्षण के साथ साथ वास्तविक उत्पादों पर भी कार्य करने से प्रशिक्षणार्थियों में कार्य की बेहतर समझ विकसित होगी | इस हेतु क्षेत्रीय आद्योगिक परिसर, संस्थाओ एवं वर्कशॉप का भ्रमण किया जाता है | जिसका मुख्या उद्देश्य उद्योग और संस्था में उपलब्ध मशीनों के बीच सेतु बनाने हेतु जानकारी प्राप्त किया जा सके, जिससे प्रशिक्षणार्थियों को स्तरीय प्रशिक्षण दिया जा सके व साथ ही अनुभवी अधिकारियो का मार्गदर्शन प्राप्त किया जा सके| यह एक बड़े लक्ष्य की ओर एक छोटा सा कदम है जो निश्चित ही सकारात्मक परिणाम देगा |
प्राचार्य
डी.पी.देवांगन
Aim
Vision
Empowerment through Knowledge.
Mission
To educate the students to transform them
as professionally competent and quality conscious and skilled person by providing
conducive environment for teaching, learning, and overall personality
development, culminating the institute into an international seat of
excellence.
Institute Objectives
1.
To
produce skilled and technically competent, quality conscious person.
2. To
develop functionally suitable and conducive environment for students and staff
for academic purpose.
3.
To
develop the departments into the centre of excellence.
4.
To
develop centre for all skill based sector.
5.
To
implement Effective & efficient Teaching–Learning practices.
6.
To
increase percentage of campus placements.
7.
To
strengthen industry institute interaction.
8.
Help
students for personality development and career guidance.
9. To develop the students and staff to get international Acclamation.